Monday 6 March 2017

कुदरत का करिश्मा-महाबलीपुरम का कृष्णा बटर बॉल

प्रिय मित्रों
सादर नमस्कार !!
फाल्गुन का महीना चल रहा है, अगर इसमें रंगों और कान्हा की बात न हो ऐसा हो नहीं सकता. आज मैं आपको भारत के एक ऐसे रहस्यमयी स्थान पर ले कर चल रहा हूँ जो सदियों से कौतुहल का विषय बना हुआ है. ये असल में एक चट्टान है जिसे कृष्णा बटर बॉल यानि की श्री कृष्ण का मक्खन का गोला कहा जा सकता है. ये चट्टान चेन्नई से मात्र 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महाबलीपुरम में है. इस चट्टान का वजन लगभग 250 टन का है. ये एक दूसरी चट्टान के ऊपर चिपक कर टेढ़ी मुद्रा में सदियों से पड़ा हुआ है. इसकी ऊंचाई 6 मीटर है और चौड़ाई लगभग 5 मीटर की है. इस स्थान पर ये चट्टान करीब 1200 वर्षों से पडी हुई है.
आज तक कोई आंधी, तूफ़ान, भूकंप और यहाँ तक की सुनामी भी इसका कुछ बिगाड़ नहीं पाई है. अंग्रेजी शासन काल में जनता की सुरक्षा दृष्टि से इस चट्टान को यहाँ से हटाने के लिए तत्कालीन गवर्नर अर्थर हैवलोक ने सात हाथियों से इसको खिंचवाया, परन्तु, वे भी इसको हिलाने में असमर्थ रहे. पल्लव राजाओं ने भी कुछ ऐसा ही प्रयास किया था, पर उनको भी सफलता नहीं मिली. कहा जाता है की इसको कृष्णा बटर बॉल का नाम असल में तब मिला जब वर्ष 1969 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी यहाँ आईं, तभी एक गाइड के मुख से अनायास निकल गया कृष्णा बटर बॉल और तभी से इसको इसी नाम से पुकारा जाने लगा. ये स्थान ऐ एस आई द्वारा संरक्षित है.

अगले सप्ताह होली है तो मेरा अगला ब्लॉग श्री कृष्ण से जुड़े एक हैरतंगेज स्थान से जुडा हुआ होगा जहाँ श्री कृष्ण आज भी रोज़ रात को गोपियों संग रास लीला करने आते हैं. कई मित्र तो समझ भी गए होंगे, विस्तार से अगले ब्लॉग में बताऊंगा तब तक जय श्री कृष्णा....




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