Saturday 11 March 2017

वृन्दावन का निधि वन, जहाँ आज भी, कृष्ण, रोज रास करने आते हैं

प्रिय मित्रों
सादर नमस्कार !!
सबसे पहले होली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ, ईश्वर आपके जीवन को विभिन्न रंगों में रंग दे ऐसी मेरी कामना है. आज इस पावन पर्व पर मैं आपको श्री कृष्ण से जुड़े एक ऐसे अलबेले स्थान पर ले कर चल रहा हूँ जहाँ श्री कृष्ण रोजाना गोपियों के साथ आ कर लीला करते हैं. ये स्थल है श्री कृष्ण की नगरी वृन्दावन में बना “निधि वन”. ये स्थान इतना पवित्र है की यहाँ के कण कण में कृष्ण जी के प्रेम की उपस्तिथि को सहज ही महसूस किया जा सकता है.   

रोजाना होने वाली लीला वाले तथ्य पर यकीन न करने वालों के लिए “रंग महल” मंदिर एक जीते जागते साक्ष्य के तौर पर आज भी मौजूद है, जहाँ शाम सात बजे से पहले राधा माँ और कान्हा के लिए चन्दन की सेज को सजा दिया जाता है. ऐसी मान्यता है इस रंग महल राधा कृष्ण दोनों ही रोज़ रात में आते हैं. पलंग के पास में एक लोटा पानी, दातुन, पान और राधा जी के श्रृंगार का सामान रखा जाता है. सुबह पांच बजे जब इस रंग महल के कपाट खोले जाते हैं तो सारा सामान अस्त व्यस्त मिलता है, दातुन इस्तेमाल हुई अवस्था में होती है, श्रृंगार का सामान भी इस्तेमाल किया होता है और पान का कुछ हिस्सा भी खाया हुआ मिलता है. शाम की अंतिम आरती के बाद यहाँ ताला लगा दिया जाता है और पूरा निधि वन क्षेत्र पूरी तरह से बंद हो जाता है. यहाँ तक की संध्या पश्चात पशु पक्षी भी यहाँ नहीं जाते. आसपास के घरों में या तो खिड़की है ही नहीं यदि है तो उनके पट संध्या पश्चात बंद हो जाते हैं. कहने का अर्थ ये है किसी को भी संध्या से ले कर सुबह तक यहाँ देखने की अनुमति नहीं है. जिन लोगों ने इस प्रथा को तोडा यानी वे कृष्ण जी के प्रेम में उनके दर्शन पाने के लिए छुप के रात्री में निधि वन में रुक गए, या तो वो मानसिक रोगी हो गए और कुछ तो शरीर छोड़ गए. ऐसे भक्तों की समाधियाँ भी निधि वन में देखी जा सकती हैं.

इसी निधि वन में स्वामी हरी दास जी की भी समाधी है, बांके बिहारी जी का प्रकाट्य स्थल भी यहीं है. यहाँ बने छोटे छोटे पेड़ों की लताएँ टेढ़ी मेढ़ी यानी बिलकुल अलग सी दिखाई देती हैं ऐसा मानना है की यही लताएं रात्रि में कृष्ण जी की गोपियाँ बन जाती हैं और पूरा निधि वन श्री कृष्ण की रास स्थली. कुछ समय पहले ज़ी न्यूज़ की टीम इस पूरे तथ्य को विधिवध रूप से अपने कैमरे में कैद किया था वो विडियो यू ट्युब पर आज भी उपलब्ध है.

भारत में निधि वन के अलावा ऐसी के और जगह है जहाँ रात्रि में माँ दुर्गा आती हैं शयन करती हैं, सुबह बिस्तर पर सिलवटें होती हैं, और वहां भी पूजा का सामान इस्तेमाल किया हुआ मिलता है. इस जगह के बारे में आपको बताऊंगा पहले नवरात्रे वाले दिन यानी की 28 मार्च को.





जो लोग ईश्वर के आस्तित्व को नकारते हैं उन्हें ऐसे स्थानों पर अवश्य जाना चाहिए. होली की पुन: हार्दिक बधाई. जय श्री कृष्णा........




4 comments:

  1. Radhe radhe nidhi van ke baarebmai bilkul sahi bataya apne vahan kai baar ja chuke hain.iswar ko.vahan jane ke baad koi nakar nahi sakta.Hare krishna

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