प्रिय मित्रों,
सादर नमस्कार !!!
आज ही के दिन यानि कि 28
अगस्त वर्ष 1975 को कारगिल युद्ध के नायकों में से एक कैप्टेन अनुज नैय्यर का
जन्मदिन है. कारगिल युद्ध में कैप्टेन अनुज ने 9 पाकिस्तानी जवानों को मार कर और पाकिस्तान के तीन बंकरों को नष्ट कर के दुश्मन
के खेमे में तहलका मचा दिया था. चौथे बंकर को नष्ट करते समय अनुज वीरगति को
प्राप्त हो गए थे. कैप्टेन अनुज नैय्यर को मरणपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया
गया. आज उनके जन्मदिन पर ऋणी राष्ट्र की ओर से उनको शत शत नमन. उस समय उनका परिवार
दिल्ली के जनक पुरी में रहा करता था. उनका वो मकान आज भी वहां है, लेकिन उनकी माता
जी अब वहां नहीं रहतीं.
पिछले दिनों मुझे उनकी माता
जी श्रीमती मीना नैय्यर जी मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ काफी देर तक चर्चा हुई,
आजकल वो पेट्रोल पंप को संभालतीं हैं जो भारत सरकार ने अनुज जी की शहादत पर उनके
परिवार को आबंटित किया था. उनके कक्ष में चारों और अनुज जी की तस्वीरें मानो ये
बयां कर रहीं थी की अनुज बस वहीँ मौजूद हैं. महावीर पुत्र को जन्म देने वाली और
देश प्रेम के जज्बातों को भरने वाली ऐसी माता जी के चरणस्पर्श करके मन को सुकून प्राप्त
हुआ. उनकी शहादत को राष्ट्र कभी भूलेगा नहीं, शहीद अनुज नैय्यर को पुन: शत शत
वंदन.
आज ही के दिन वर्ष 1965 में
भारत पाकिस्तान युद्ध में भारत ने जम्मू कश्मीर “हाजी पीर” नामक दर्रे पर मेजर
रंजित दयाल के नेतृत्व में विजय प्राप्त की थी. पिछले दिनों मेरी मुलाकात
ब्रिगेडियर अरविंदर सिंह जी से हुई जिन्होंने हाजी पीर की इस इतिहासिक लड़ाई में
भाग लिया था.
ये दिन भी भारत के इतिहास
में सदैव यादगार रहेगा. भारत माता की जय.
अमर शहीद कैप्टेन अनुज नैय्यर |
अनुज जी की माता जी श्रीमती मीना नैय्यर जी के साथ लेखक |
मेजर रणजीत दयाल |
ब्रिगेडियर अरविंदर के साथ लेखक |