Monday 13 June 2016

दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे

प्रिय मित्रों, नमस्कार आज मैं पुन: हाज़िर हूँ, एक नई पोस्ट के साथ पिछली बार आपको मैं नीलगिरी माउंटेन रेलवे ले गया था और आज मैं आपको ले कर चलता हूँ, DHR यानि की दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे. ये रेल नैरो गेज पर चलती है. 78 किलोमीटर लम्बा ये नेटवर्क वर्ष 1881 में शुरू हुआ.


मित्रों,1999 में विश्व में ये दूसरी और भारत की पहली हिल रेलवे बनी जिसको विश्व धरोहर यानि की UNESCO WORLD HERITAGE साईट का दर्जा मिला. न्यू जलपाई गुडी से दार्जीलिंग के बीच चलने वाली इस यात्रा में कुल 13 स्टेशन आते हैं, जिनमे सबसे प्रमुख है "घूम" 7407 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस स्टेशन को कभी विश्व का सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित होने का गौरव प्राप्त था, पर वर्ष 2006 में चीन ने तिब्बत में रेल चला कर इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया.



घूम स्टेशन पर वर्ष 2000 में रेल संग्रहालय की स्थापना की गयी जिसमे इसके स्वर्णिम इतिहास को दर्शाया गया है. दार्जीलिंग में प्रवेश से करीब पांच किलोमीटर पहले गाडी बतासिया लूप पर घुमती है, जहाँ आजादी के बाद शहीद हुए गोरखा सैनिकों की याद में वॉर मेमोरियल बनाया गया है. इसकी स्थापना उन 76 गोरखा सैनिकों की याद में की गयी जो युद्ध के दौरान वीर गति को प्राप्त हुए. रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म "बर्फी" में आप सभी ने इस रेल गाडी को बखूबी देखा होगा. उससे पहले राजेश खन्ना का मशहूर "मेरे सपनों की रानी" में भी आपने इसका अवलोकन किया ही होगा. तो फिर आप कब आ रहे हैं दार्जीलिंग, इस नन्ही TOY ट्रेन को देखने.















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